Who Is Hussain पर अर्चना शर्मा लिखती हैं कि...
कट्टटर हिंदू हूं , कट्टटर ब्रहामण हूं और कट्टरपंथियों मजे की बात तो यह है की Who is Hussain? इंदौर की खरीदारी विभाग की प्रधान हूं क्योकी मैं एक हूसैनी भी हूं !
क्या क्या आरोप लगा रहे हैं जाहिल की Who is Hussain एक मज़हब के प्रचार के लिए बनाई समिति है ? उसका उद्देश्य हूसैनी इस्लाम फैलाना है ? लोगों का धर्म परिवर्तन करना है ?
आधी रात को फुटपाथ पर कड़कड़ाती ठंड में मौत से जूझ रहे भिखारीयों को कंबल बांटना , तपा देने वाली गर्मी में पानी को तरसती चिड़ियाओं के लिए मिट्टी के कुल्हड़ लोगों को बांटना , रेलवे स्टेशन पर , सरकारी अस्पतालों की लाईन में प्यासे खड़े लोगों को मिनरल वाटर की बोतलें बांटना , कैंप लगा कर रक्तदान शिविर चलाना और निशुल्क सरकारी अस्पतालों के रक्त विभाग को बांटना क्या शिया इस्लाम को फ़ैलाने की साज़िश है या धर्म का प्रचार है ?
संस्था का नाम ही है Who is Hussain ? यानी की हूसैन कौन है ? यह नाम भी बड़ा सोच विचार कर रखा था ! क्योंकी तुम जानो की हूसैन अहीलैस्लाम कोई मुसलमानो के लिए ही नहीं आए थे बल्कि वह मानवता की रक्षा करने के लिए आए थे ! अगर वह सिर्फ मुसलमानो के लिए आते तो कर्बला की जंग खुद यजिदी मुसलमानों से लड़ने के लिए उनके साथ यहूदी और राहीब दत्त जैसे गैर मुस्लिम ना होते !
हमने जब कड़कड़ाती ठंडी रातों में कंबल बांटे तब शुरूआत खजराना गणेश मंदिर के बाहर राम नाम की झिनी चदरयीया ओढ़े सो रहे , ठंड से अकड़ रहे भिखारीयों से की , गर्मी में चिड़ियाएं तक प्यास से ना मरें इसलिए लोगों के हाथ जोड़ जोड़ कर आम जनता को मिट्टी के प्याले बांटे की इसमें पानी भर कर आप छतों पर रखें और उसके साथ चिड़िया के खाने वाले दाने भी दिये ताकी वह भुख , प्यास से मर ना जाएं ! पिछले साल भारत में शियाओं ने रक्तदान शिविर Who is Hussain के अंतर्गत लगाये और 20000 से ज्यादा हूसैनीयों ने सरकारी अस्पतालों में रक्तदान किये वह भी बिना बोर्ड और होर्डिंग के ! तपती धूप में सड़कों पर या रेलवे स्टेशन पर कई कई घंटे दौड़ दौड़ कर आम राहगीरों को मिनरल वाटर की बाटल बांटना भी शायद धर्म परिवर्तन की साज़िश थी ! और सबसे बड़ी बात की यह पैसा कोई विदेशों से नहीं आता बल्कि खुद अपनी जरूरतों का गला धोंट कर यह शिया युवक ही कांन्टरीबियुट करते हैं !
आज दिल में बेहद दर्द है की जो हूसैनी युवक बिना जात - धर्म देखे मंदिरों तक के भिखारीयों , मरीजों , प्यासों के लिए जकात निकालते हैं आज उन पर सांप्रदायिक होने के आरोप लगाये जा रहे हैं ! एक लाख से ज्यादा का ठंडा पानी का Freezer कोई सिर्फ हूसैनी मुसलमानो की प्यास बुझाने के लिए बल्की सिर्फ प्यासों की प्यास बुझाने के लिए लगाया था वह भी किश्तों पर खरीद कर 😥 !
एक तरफ कहते हैं की हमें देशभक्त और नेंक मुसलमानों से कोई परेशानी नहीं और दुसरी तरफ जिस कौम का कभी कोई भी युवक आतंक के आरोप तक में गिरफ्तार नहीं हूआ , सर्वधर्म समभाव से नेक कार्य में लगा रहा , ऐसे मुसलमानों के लिए राहें मुश्किल करते हैं 😓 !
नेकी देखिए की संस्था ने साफ साफ आदेश दिये हैं की कोई विरोध प्रदर्शन नहीं करें , हमारा कार्य सिर्फ लोगों की प्यास बुझाना है इसलिए स्टीगर निकाल दें और वाटर मशीन लगी रहने दें ! काश के यह लोग भी अपना पैसा अपनी ही कम्युनीटी के लोगों को दान करते , इमामबाड़े बनवाते , जाकिर नाइक जैसे कार्यक्रम को आयोजन करते तब शायद इतना विवाद और इतना अपमान इन ईमानवालों को नहीं झेलना पड़ता।
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